मनुष्य पानी को कैसे प्रदूषित कर रहे हैं?

कौन सी मानवीय गतिविधियाँ जल प्रदूषण का कारण बनती हैं? मानवीय गतिविधियाँ जो घरेलू सीवेज और विषाक्त अपशिष्ट उत्पन्न करती हैं, पानी को रोग पैदा करने वाले सूक्ष्मजीवों और जहरीले पदार्थों से दूषित करके जल प्रदूषण का कारण बनती हैं । तेल रिसाव जल प्रदूषण का एक अन्य स्रोत है जिसका आसपास के पारिस्थितिक तंत्र पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है।

मानव की ऐसी कौन सी गतिविधियाँ हैं जो जल संसाधनों को नष्ट करती हैं?

जलविद्युत बांधों या सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण के माध्यम से मनुष्य मीठे पानी के पारिस्थितिक तंत्र को बदल सकते हैं या नष्ट भी कर सकते हैं । बांध परियोजना के बहाव को कृत्रिम रूप से सीमित करते हुए पानी के जलाशयों का निर्माण करते हैं, जो निर्माण के दोनों किनारों पर पारिस्थितिकी तंत्र को महत्वपूर्ण रूप से बदल सकता है।

आपके विचार में किन गतिविधियों का जल की गुणवत्ता और उपलब्धता पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है?

कृषि । जल प्रदूषण में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है, पंक्ति फसलों के लिए उपयोग किए जाने वाले उर्वरकों से लेकर बड़े पैमाने पर पशु कृषि द्वारा बनाई गई खाद तक।

ऐसी कौन सी मानवीय गतिविधियाँ हैं जिनका जलसंभर के भीतर पानी की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?

बांधों का निर्माण और नदियों का मार्ग बदलना इस बात के दो उदाहरण हैं कि मनुष्य सीधे वाटरशेड में पानी को प्रभावित करता है।

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