रात्रि में सक्रिय पक्षियों को निशाचर कहते हैं। दैनिक और निशाचर पक्षियों के शरीर की घड़ी अलग-अलग होती है। यानी उनका अपनी नींद और उड़ान के कार्यक्रम पर कोई नियंत्रण नहीं है ।
रात्रि में सक्रिय पक्षियों को निशाचर कहते हैं। दैनिक और निशाचर पक्षियों के शरीर की घड़ी अलग-अलग होती है। यानी उनका अपनी नींद और उड़ान के कार्यक्रम पर कोई नियंत्रण नहीं है ।