Majedar Paheliyan – 35 Hindi Paheli जो दिमाग तेज कर कर देगी

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पहेलियाँ  – दिखने में मैं सींकिया पहलवान, लेकिन गुणों में हूँ बलवान
शीतल, मधुर और तरल रसीला, गांठ दार परिधान

Majedar Paheliyan

उत्तर –  गन्ना

पहेलियाँ – तीन अक्षर का नाम मेरा, हवा में जाऊं करूं सलाम
मध्य कटे बनू  कदम प्रथम कटे तो कर दें तंग
नाम बताओ मेरा तुम, 15 अगस्त से मेरा संबंध

उत्तर –  पतंग

पहेलियाँ – मोटी घनी पूंछ, पीठ पर काली काली रेखा हैं
दोनों हाथों में उसको मैंने फल खाते देखा है

मोटी घनी पूंछ, पीठ पर काली काली रेखा हैं

उत्तर –  गिलहरी

पहेलियाँ – वह कौन सा पेड़ है जिसमें लकड़ी नहीं होती

वह-कौन-सा-पेड़-है-जिसमें-लकड़ी-नहीं-होती

उत्तर – केला एक ऐसा पेड़ है, जिसमें लकड़ी नहीं पायी जाती
केले के पेड़ में तना होता है लेकिन तना भी पत्तियों की तरह ही होता है

अन्त कटे तो कदम रखें, मध्य कटे तो डर बन जाऊं

पहेलियाँ – अन्त कटे तो कदम रखें, मध्य कटे तो डर बन जाऊं
खुद न चल सकू मगर राही को मंजिल पर पहुंचाऊं

उत्तर –  डगर

पहेलियाँ – कॉलगेट सी, मौत हूं मैं, नशेबाज की सौत हूं मैं
जो फंस गया मेरे जादू में, आ गया मौत के काबू में

उत्तर – स्मैक

पहेलियाँ – दिन-रात मैं रहूँ दौड़ती दूर-दूर तक जाती
सातों दिन मेरे लिए काम के बिछड़ों को सदा मिलाती ?

पहेली उत्तर –  रेलगाड़ी

काली हूं मैं काली हूं, काले वन में रहती हूं
खाती नहीं हूं दाना भी, बस लाल पानी पीती हूं

उत्तर –  जू

पहेलियाँ – प्रथम कटे तो हाथ लगादे, मध्य कटे तो नैया पार लगादे
अंत कटे तो देश कहावे, तीन अक्षर का नाम बतावे
उत्तर –  पाकर

पहेलियाँ – एक थाल मोतियों से भरा, सबके सिर पर उलटा धरा
चारों ओर वो थाल फिरे, मोती फिर भी एक न गिरे

उत्तर –  तारे

पहेलियाँ – पानी पीकर हवा उगलता, गरमी में आता हूं काम
सर्दी में मेरा नाम न लेना, अब बतला दो मेरा नाम

उत्तर –  कूलर

पहेलियाँ – चार खड़े, दो अड़े, दो पड़े, एक-एक के मुंह में दो दो पड़े

उत्तर –  खाट

पहेलियाँ – अन्त कटे तो  सूर हुआ मैं, प्रथम कटा तो धूल
मुझसे ही हैं दिन और रातें, जीवन का हूँ मूल

उत्तर –  सूरज

पहेलियाँ – ख्याति की तुम हिंदी बनाओ, मेरा नाम तुम स्वत: ही पाओ
प्लाईवुड लकड़ी से बनती, वृक्ष की हरी लकड़ी चिरती
उत्तर –  पॉपुलर

पहेलियाँ – मध्य काट कर मली गई, प्रथम काट कर छली गई
पानी में रहकर सुख भोगा, बाहर आकर तली गई

उत्तर –  मछली

पहेलियाँ – हिमालय से चलकर आता, तीन अक्षर में नाम आता
दूध में मैं जुड़ता जाता, जब मैं बुद्धी को बढ़ाता
उत्तर –  बादाम

पहेलियाँ – पीली हरी हवेली एक, उसमें बैठे कालू राम
पेट साफ करता हूं मैं, बोलो बहू मेरा नाम

उत्तर –  पपीता

पहेलियाँ – दो किसान लड़तें जाए उनकी खेती बढ़ती जाए ?

उत्तर –  स्वौटर की बुनाई

पहेलियाँ – प्रथम काट कर मैं पकली छिप छिप जाऊं ऐसी कली
बल खाती सी इठलाती, रातों में अक्सर निकली

उत्तर –   छीपकली

पहेलियाँ – शर्ट, कोट, कुर्ता, कमीज सब मुझसे शोभा पाते
ना हूं मैं तो तन पर कपड़े धारण न कर पाते

उत्तर –  बटन

पहेलियाँ – एक जानवर ऐसा, जिसकी दुम पर पैसा

उत्तर – मोर

पहेलियाँ – मैं लम्बा-पतला विद्वान, पहनें लकड़ी का परिधान
बच्चों को लिखना सिखलाऊं, बोलो तो मैं क्या कहलाऊं

उत्तर – पेन्सिल

पहेलियाँ – प्रथम काट कर कड़ी हूं मैं, मध्य काटकर लड़ी हूँ मैं
अन्त काटकर किस्मत हूं, फिर भी चूल्हे में पड़ी हूँ मैं

उत्तर – लकड़ी

पहेलियाँ – एक हूं, मगर अनेक हूं मैं, सौ रोगी को एक हूं मैं

उत्तर –  अना

पहेलियाँ – तीन पैर की चम्पा रानी रोज नहाने जाती
दाल भात का स्वाद न जाने, कच्चा आटा खाती

उत्तर –  चकला

पहेलियाँ – न काशी न काबा धाम, जिसके बिना हो चक्का जाम
पानी जैसी चीज है वो, झट बतलाओ उसका नाम

उत्तर –  पेट्रोल

पहेलियाँ – पल भर में दूरी मिट जाए, छूते ही पहिए को

रहता घर में दफ्तर में भी, सब कह लो, सब सुन लो

उत्तर –  टेलीफ़ोन

पहेलियाँ – वो सबके आगे-आगे सब उसके पीछे भागे

गोल-गोल, प्यारा-प्यारा, रुके नहीं सरपट भागे

उत्तर –  रुपया

पहेलियाँ – जादू के डंडे को देखो, न तेल न पानी

पलक झपकते तुरंत रोशनी सभी ओर फैलानी

उत्तर –  ट्यूबलाइट

पहेलियाँ – रंग बिरंगा बदन है इसका  कुदरत का वरदान मिला
इतनी सुंदरता पाकर भी, दो अक्षर का नाम मिला
ये वन में करता शोर, इसके चर्चे हैं हर ओर

उत्तर –  मोर

पहेलियाँ – वहां भी हूं, यहां भी मैं, इधर भी हूं, उधर भी हूं

नजर मैं आ नहीं सकती किसी को भी जिधर भी हूं

कर कोशिश अगर जबरन तो आंखें बन्द हो जाएं

अगर मैं मिल न पाऊं तो सभी बेमौत मर जाएं

उत्तर –  हवा

50 जासूसी और मजेदार पहेलियाँ एक साथ

पहेलियाँ – पानी से निकाला दरख्त एक, पात नहीं पर डाल अनेक

उस दरख्ते की ठंडी छाया, नीचे कोई बैठ न पाया

उत्तर –  फवारा

पहेलियाँ – पानी में ख़ुश रहता हरदम, धीमी जिसकी चाल
ख़तरा पाकर सिमट जाए झट बन जाता खुद ढाल

उत्तर –  कछुआ

पहेलियाँ – वैज्ञानिक तो फल कहते हैं, लोग कहें मुझे सब्जी
लाल-लाल हूँ गोल-मटोल, खा कर दूर हो कब्जी

उत्तर –  टमाटर

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